शाजी थामस
कोरबा, 26 मार्च 2025: (SECL) दीपका के खिलाफ प्रस्तावित खदान बंदी आंदोलन फिलहाल टल गया है। स्थानीय लोगों और संगठनों द्वारा 27 मार्च को आयोजित किए जाने वाले प्रदर्शन को SECL प्रबंधन के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया। 26 मार्च को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में SECL अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों की 9 सूत्रीय मांगों के समाधान का भरोसा दिया। हालांकि, बैठक के दौरान आंदोलन का नेतृत्व कर रही उमा गोपाल का सख्त रुख चर्चा का केंद्र बना रहा।
SECL प्रबंधन ने महिलाओं को रोजगार देने की मांग पर सहमति जताते हुए कहा कि प्रारंभिक चरण में 25 महिलाओं को ठेका कंपनी के तहत नौकरी दी जाएगी। उन्हें मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और भविष्य में महिला भागीदारी को बढ़ाया जाएगा।जय अंबे कंपनी द्वारा हाई पावर कमेटी (HPC) दर से भुगतान न किए जाने की शिकायत पर SECL के कार्मिक प्रबंधक ने चेतावनी दी कि यदि कंपनी निर्धारित दर से भुगतान नहीं करती है, तो उसका भुगतान रोक दिया जाएगा।प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए विशेष पहल की घोषणा की गई और स्थानीय लोगों को 75% रोजगार में भागीदारी देने का आश्वासन दिया गया।
SECL प्रबंधन ने मांगों के निराकरण के लिए अप्रैल तक का समय मांगा। बैठक में मौजूद नेतृत्वकर्ता बंसीदास और अन्य प्रतिनिधियों ने इस पर सहमति जताई और आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया। हालांकि, उमा गोपाल ने प्रबंधन के आश्वासन पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि यदि तय समय-सीमा में मांगे पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
फिलहाल आंदोलन स्थगित होने से क्षेत्र में तनाव कम हुआ है, लेकिन उमा गोपाल के सख्त रुख ने भविष्य में आंदोलन की संभावनाओं को खुला रखा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि अप्रैल तक मांगे पूरी नहीं हुईं, तो वे दोबारा आंदोलन की रणनीति पर विचार करेंगे