दीपका। एसईसीएल दीपका क्षेत्र की अव्यवस्थाओं और भू-विस्थापित प्रभावित रहवासियों की उपेक्षा से नाराज होकर ग्राम मालगांव के ग्रामीणों ने 27 मार्च 2025, गुरुवार को महाआंदोलन करने की घोषणा की है। बंशी दास महंत और राजेश जायसवाल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर खदान बंद और महाप्रबंधक कार्यालय के घेराव का ऐलान किया है।मांगें पूरी न होने पर खदान संचालन ठप करने की चेतावनीप्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और प्रबंधन को 5 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो 27 मार्च को खदान का संचालन पूरी तरह ठप कर दिया जाएगा और महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आंदोलन के दौरान होने वाली किसी भी क्षति की जिम्मेदारी एसईसीएल प्रबंधन और शासन-प्रशासन की होगी।ग्रामीणों की प्रमुख मांगें:ग्राम मालगांव में मकानों की शेष नापी पूरी की जाए और भू-विस्थापितों को लंबित मुआवजा राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए।प्रभावित परिवारों को नियमानुसार रोजगार उपलब्ध कराया जाए।भू-विस्थापितों के लिए सुव्यवस्थित पुनर्वास और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। खदान क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया जाए। ठेका मजदूरों को न्यूनतम वेतन और सुरक्षा लाभ दिया जाए।प्रशासन से अनुमति और सुरक्षा व्यवस्था की मांगमहाआंदोलन को लेकर प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और प्रबंधन से आंदोलन के लिए अनुमति और उचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे वे आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं।प्रबंधन पर गंभीर आरोप, आंदोलन की तैयारियां तेजप्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एसईसीएल प्रबंधन भू-विस्थापितों की समस्याओं को लगातार अनदेखा कर रहा है, जिससे वे नाराज हैं। महाआंदोलन को सफल बनाने के लिए ग्रामीणों ने व्यापक जनसंपर्क अभियान भी शुरू कर दिया है।ग्रामीणों के इस आंदोलन को लेकर क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। अब सभी की निगाहें 27 मार्च को प्रस्तावित महाआंदोलन पर टिकी हैं, जो एसईसीएल प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।