कोरबा। एसईसीएल अंतर्गत पाली स्थित अंबिका खुली खदान को पुनः प्रारंभ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। बीते दो महीनों से बंद पड़ी इस खदान को पुनः चालू कराने के लिए क्षेत्रीय सांसद प्रतिनिधि पोषक ने कोरबा महाप्रबंधक राजेश कुमार गुप्ता, राजस्व विभाग के नोडल अधिकारी ए.पी. सिंह, सब एरिया मैनेजर वी.पी. सिन्हा, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय ग्रामीणों के साथ अहम बैठक की।इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि ने देशहित और क्षेत्रीय विकास को ध्यान में रखते हुए खदान संचालन की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने ग्रामीणों की वर्षों पुरानी समस्याओं—जैसे कि विस्थापन, पुनर्वास, मुआवजा, रोजगार, सड़क, पेयजल और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं—को प्राथमिकता के साथ हल करने की मांग की। साथ ही यह आश्वासन दिया कि वे सांसद डॉ. ज्योत्सना चरणदास महंत के प्रतिनिधि के रूप में जनता के हितों के लिए सदैव तत्पर रहेंगे और उनकी जायज़ मांगों को हर स्तर पर मजबूती से उठाएंगे।
यह भी उल्लेखनीय है कि कुसमुंडा क्षेत्र के पाली, पड़निया, जटराजखोड़री, सोनपुरी, भैंसमखार, रिस्दी, गेवरा क्षेत्र के बिझरी, कोसमंदा, बतारी, अवध नगर, भठोरा, भिलाईबाजार और दीपका क्षेत्र के चैनपुर, सुवाभोड़ी, झिंगटपुर, मालगांव, हरदी बाजार जैसे गांवों के लोग पिछले चार दशकों से पुनर्वास, मुआवजा और स्थायी रोजगार जैसी मांगों से वंचित हैं। सांसद डॉ. महंत द्वारा बार-बार संसद में यह मुद्दा उठाए जाने के बावजूद ज़मीनी समाधान अधूरा है।
अब आवश्यकता है कि जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्रवाई करें, ताकि खदान से उत्पादन लक्ष्य प्राप्त किया जा सके और क्षेत्रीय विकास को गति मिले।