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कोयलांचल/गेवरा/गूगल पर सर्च मारा तो 10 लाख रुपये ठगी का हुआ शिकार गेवरा परियोजना के सेवानिवृत्त कर्मचारी को गूगल से नम्बर सर्च कर बैंक में फोन करना महंगा पड़ गया। एसईसीएल के गेवरा परियोजना से रिटायरमेंट के बाद कृपा राम चौधरी अटल विहार, कोतरा रोड रायगढ़ में रह रहा है। उसका बैंक खाता एसबीआई गेवरा में है। उसने हाउस लोन लिया था, और इसकी क्लीयरेंस के लिए एसबीआई गेवरा में आवेदन दिया था जिसकी जानकारी लेने के लिए कृपा राम ने 05-09-2023 को दोपहर लगभग 2बजे गूगल से सर्च कर गेवरा बैंक का फोन नंबर प्राप्त किया और अपने फोन नंबर 7587138349 से सम्बन्धित नंबर पर फोन किया। सामने फोन उठाने वाले व्यक्ति ने एसबीआई गेवरा प्रोजेक्ट का कर्मचारी होने की पुष्टि की ।जिसका फोन नंबर 8240879086 है। फ़ोन पर व्यक्ति ने लोन क्लियर न होने की जानकारी दी और कहा कि लोन को क्लियर करने के लिए YONO APP में ऑनलाइन एप्लीकेशन डालना होगा। उसने YONO SBI App खोलने के साथ साथ Anydesk App डाउनलोड करवाया और जो बोलता गया वह किया। इस दौरान उसने 2 बार ओटीपी भी कृपा राम से लिया। थोड़ा शक होने पर कृपा राम ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया। फ़ोन चालू करने पर वो नंबर से 4-5 बार मिस कल आया, शक बढ़ने के बाद अपना अकाउंट को 2-3 बार खोल कर पुष्टि की कि पैसा कटा तो नहीं, रात 12 बजे के बाद कृपा राम निश्चिन्त हो गया कि कुछ हुआ नहीं है। 06-09-2023 को अपने ऑफिसियल वर्क निपटाने के लिए गेवरा प्रोजेक्ट गया था, तब उसे उक्त नंबर से वापस फोन आया तब कृपा ने कहा कि वह बैंक जा कर लोन क्लियर करेगा। इसके थोड़े देर बार सुबह 10:33 बजे खाते से 5 लाख रुपये डेबिट हो गया और 10:36 बजे एक और ट्रांजैक्शन हुआ जिसमें 5 लाख और डेबिट हो गए। इस प्रकार 10 लाख का इंटरनेट बैंकिंग फ्रॉड हुआ। वह तुरंत गेवरा बैंक गया और अपना खाता लॉक करा कर सलाह पर साइबर सेल में फर्स्ट इनफार्मेशन दे दिया। गौरतलब है कि बैंक के द्वारा बार-बार ओटीपी साझा नहीं करने का विज्ञापन जारी किया जाता है जगह जगह होडिंग पोस्टर लगाकर बैंक लोगों को सतर्क करता है कि किसी भी प्रकार का ओटीपी अन्य को ना दें,बावजूद इसके लोग साइबर ठगों के झांसे में आ जाते हैं और अपने गाड़ी कमाई को लुटा डालते हैं।

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