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शाजी थामस

कोरबा। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 12 जनवरी को छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कोरबा-चांपा हाइवे पर ग्राम पताडी स्थित पावर प्लांट का अधिग्रहण करने के बाद पहली बार दौरा करेंगे। पूर्व में यह पावर प्लांट लैंको समूह का था, जिसके दिवालिया होने के बाद अदानी समूह ने 4101 करोड़ में इसका अधिग्रहण किया है।

गौतम अडानी 12 जनवरी को चार्टर प्लेन से रायगढ़ पहुंचेंगे। यहां से वे हेलीकॉप्टर के माध्यम से कोरबा के पताड़ी स्थित अदानी पॉवर लिमिटेड के प्लांट पहुंचेंगे। जिसके परिसर में हेलीपेड बना हुआ है। गौतम अडानी का आगमन 11.30 से 12 बजे के बीच होगा। बताया गया है कि वे लगभग एक घण्टा रूकेंगे और संयंत्र का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों से चर्चा करेंगे सूत्रों ने बताया कि अब समूह ने निर्णय लिया है कि कंपनी आगे 800 मेगावाट की आधुनिक सुपर क्रिटिकल इकाइयां ही लगाएगी। रायपुर के पास अधिग्रहित प्लांट में भी 800 मेगावाट की ही 2 यूनिट बनाई जा रही है। ऐसा ही मध्यप्रदेश के अधिग्रहित महान में भी किया जा रहा है।

कोरबा के तीसरे चरण के विस्तार में भी कंपनी ने यह बड़ा बदलाव तय कर लिया है। अब तीसरे चरण में 1320 नहीं 1600 मेगावाट का प्लांट बनेगा, जिसमें 800 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी वाली 2 इकाइयां बनाई जाएगी। इसके लिए कंपनी को अतिरिक्त जमीन की भी जरूरत होगी। बताया गया है कि चेयरमैन गौतम अदानी के प्रस्तावित दौरे में प्रबंधन इस संबंध में विस्तृत जानकारी देगा और इस पर अंतिम निर्णय चेयरमैन लेंगे।

बता दें कि लैंको का प्लांट अधिग्रहण के साथ ही अडानी पॉवर लिमिटेड की छत्तीसगढ़ में विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 2570 मेगावाट हो गई है। अदानी पॉवर लिमिटेड का रायगढ़ जिले में 600 तथा रायपुर जिले में 1370 मेगावाट क्षमता वाला थर्मल विद्युत संयंत्र प्रचालन में है।

वर्तमान में पताड़ी स्थित संयंत्र से 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। 300 मेगावाट की दो यूनिट्स प्रचालन में है। अधिकांश बिजली पावर ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौतों के माध्यम से हरियाणा और मध्य प्रदेश डिस्कॉम को आपूर्ति की जाती है।

लैंको का साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) के साथ दीर्घकालिक ईंधन आपूर्ति समझौता है। यह समझौता बिजली संयंत्र के संचालन के लिए सालाना 2.784 मिलियन टन (MT) कोयला सुरक्षित करता है। यहां से कोयले की आपूर्ति जारी है।

यहां बताना होगा कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल हैदराबाद ने लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को 4,101 करोड़ रुपये में अधिग्रहित करने की अडानी पॉवर लिमिटेड की योजना को मंजूरी दी थी। इसके पहले 27 मार्च, 2024 को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (ICC) ने अडानी पावर लिमिटेड द्वारा लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड के 100 प्रतिशत अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 (आईबीसी) के तहत कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) से गुजर रहा था।

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