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शाजी थामस

हरदी बाजार कॉलेज अब नई जगह पर शिफ्ट करने की योजना प्रबंधन द्वारा बनाई जा रही है एसईसीएल खदान से लागतार हो रहे ब्लास्टिंग से यहां अध्यनरत छात्रों में भय का माहौल निर्मित हो चुका है। जिस वजह से है कदम उठाया गया है हम आपको बता दें कि महज 50 मीटर की दूरी पर खदान का मुहाना होने से लगातार दुर्घटना होने की संभावना भी बनी हुई है। महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा इसके लिए पत्र प्रेषित किया गया था जिस पर सर्वसम्मति से ग्राम पंचायत का एनओसी भी मिल चुका है अब जल्द ही महाविद्यालय को नए स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा जो की अस्थाई रूप से रहेगा।

महाविद्यालय के प्राचार्य ने पत्र प्रेषित कर किया था मांग।

महाविद्यालय के प्राचार्य ने पत्र प्रेषित कर मांग किया था कि शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय हरदीबाजार की स्थापना 1983 में हुई थी। वर्तमान में यहाँ कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के अन्तर्गत 13 विषयों में स्नातकोत्तर तथा 16 विषयों में स्नातक कक्षाएं संचालित हैं। महाविद्यालय 57 एकड़ भूमि पर फैला है तथा 1957 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत् है।(1) यह कि वर्ष 1983 से ग्राम पंचायत अमगांव एवं मलगांव में स्थित भूमि जिसमें महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा है, उसे एस.ई.सी.एल. द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया है।(2) महाविद्यालय भवन से मात्र 50 मीटर की दूरी पर उत्खनन तथा ब्लास्टिंग कार्य किया जा रहा है। महाविद्यालय भवन में हैवी ब्लास्टिंग के कारण जगह-जगह दीवारों तथा छतों में दरारें आ गयी है। ब्लास्टिंग के कारण महाविद्यालय परिसर में अत्यधिक धूल आती है तथा ब्लास्टिंग के कंपन से छात्र-छात्राएँ भयभीत रहते हैं। महाविद्यालय में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों / कर्मचारियों के जान-माल का नुकसान होने की अत्याधिक आशंका है।

ग्राम पंचायत ने जारी किया एनओसी।

जिस पर संज्ञान लेते हुए तहसील कार्यालय हरदीबाजार ने कहा आपके द्वारा शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय हरदीबाजार, जिला-कोरबा (छ०ग०) के संचालित भवन के स्थानांतरण का निवेदन किया गया है, जिसमें महाविद्यालय भवन स्थित भूमि का एस.ई.सी.एल. द्वारा अधिग्रहित कर लेने एवं महाविद्यालय भवन से मात्र 50 मीटर की दूरी पर उत्खनन एवं ब्लास्टिंग कार्य होने के कारण महाविद्यालय में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों / कर्मचारियों के जान-माल का नुकसान होने की संभावना के कारणों का उल्लेख किया गया है। आपके द्वारा महाविद्यालय के लिए हरदीबाजार तहसील के पीछे मिनी स्टेडियम में अस्थायी भवन बनाने हेतु भूमि आबंटित करने का प्रस्ताव दिया गया है।उक्त के संबंध में हल्का पटवारी द्वारा प्रस्तावित महाविद्यालय भवन हेतु शासकीय भूमि खसरा नं. 669/1 रकबा 44.501 हे. भूमि में से 1.133 हे. भूमि लाल स्याही से चिन्हाकिंत कर मय नक्शा, खसरा प्रस्तुत किया गया। ग्राम पंचायत हरदीबाजार, विकासखण्ड पाली द्वारा शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय हरदीबाजार, जिला-कोरबा (छ०ग०) को अस्थायी रूप से खसरा नंबर 669/1 में बने स्टेडियम परिसर में भवन बनाकार स्थापित कर संचालन करने का विषय पर ग्राम पंचायत हरदीबाजार को कोई आपत्ति नही होने का निर्णय उपस्थित सरपंच एवं पंचों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।

पहले से तय थी तो सीमा अवधि पर काम नहीं होने से आर्थिक नुकसान।

उल्लेखनीय है कि एसईसीएल के खदान विस्तार नीति के तहत प्रबंधन को यह पहले से पता था कि महाविद्यालय क्षेत्र पूर्ण रूप से आने वाले समय में अधिग्रहित होगा और भू अर्जन के तहत मुआवजा राशि भी तय कर दी गई थी और पिछले 5 से 6 वर्षों से यह प्रक्रिया जारी थी बावजूद उसके नए स्थल पर महाविद्यालय का निर्माण प्रबंधन ने नहीं कराया अब अस्थाई रूप से महाविद्यालय को कंटेनर में संचालित करने के लिए स्थानांतरित किया जा रहा है जिसका व्यय करोड़ की लागत में होगा और इसके बाद आने वाले समय में एसईसीएल प्रबंधन द्वारा कॉलेज भवन का निर्माण भी करोड़ों की लागत में किया जाएगा इस तरह से एक प्रकार का यह सही नीति निर्धारण ना होने के कारण और सही क्रियान्वयन ना होने के कारण फिजूल खर्ची और धन का अपव्यय हो रहा है।

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