शाजी थामस
कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने वित्त वर्ष 2024 में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। कंपनी ने 773.6 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10% अधिक है। साथ ही, बिक्री में 8.5% की वृद्धि दर्ज की गई। इस सकारात्मक वृद्धि के पीछे कोयले की मजबूत मांग और कंपनी की उत्पादन क्षमता में सुधार मुख्य कारण रहे।
नई खनन परियोजनाओं की योजना
कोल इंडिया ने अगले पांच वर्षों में 36 नई खनन परियोजनाओं को शुरू करने की योजना बनाई है। इन परियोजनाओं से उत्पादन क्षमता में और वृद्धि की उम्मीद है, जिससे देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। कंपनी ने इन परियोजनाओं के लिए पर्यावरण और वित्तीय मंजूरी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
शेयर बाजार में मजबूत प्रदर्शन
शेयर बाजार में भी कोल इंडिया के शेयरों में सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। ब्रोकरेज फर्म मोर्गन स्टेनली ने कोल इंडिया को ओवरवेट रेटिंग दी है और ₹525 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि देश में बढ़ती बिजली की मांग का सीधा लाभ कंपनी को मिलेगा।
ऊर्जा सुरक्षा में अहम भूमिका
कोल इंडिया देश की ऊर्जा सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रही है। कंपनी की विस्तार योजनाएं और बढ़ती मांग को पूरा करने की क्षमता इसे उद्योग में एक मजबूत खिलाड़ी बनाती हैं।