शाजी थॉमस
एसईसीएल गेवरा खदान क्षेत्र के डब्ल्यू-1, डब्ल्यू-5 टीआरएस क्षेत्र में मल्टी एजेन्सी द्वारा आपदा प्रबंधन पर मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें गेवरा खदान के प्रभावित भू-विस्थापितों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी दौरान प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर उग्र हो जाते है एवं सुरक्षा घेरे को तोड़ने का प्रयास करते है। तब प्रबंधन की संपत्ति की रक्षा हेतु उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने हेतु लाठी-ड्रिल का प्रयोग किया जाता है। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी भीड़ से निकलकर डब्ल्यू-1, डब्ल्यू-5 टीआरएस क्षेत्र में सामने खड़ी एक्सप्लोसिव वैन में आग लगा देते है। उक्त उग्र प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने हेतु हथियारबंद दस्ते द्वारा उच्च दर्जे की कार्यवाही करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया जाता है।
एक्सप्लोसिव वैन में लगी आग को नियंत्रित करने हेतु अग्निशमन दस्ते द्वारा कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया जाता है। इस दौरान सामने ओबी डंप क्षेत्र में भूस्खलन हो जाता है जिसके कारण वहां कार्य कर रहे कुछ कर्मचारी, मजदूर एवं अन्य लोग भूस्खलन में फंसकर चोटिल हो जाते है, जिन्हें राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा उच्च दर्जे की कार्यवाही करते हुए राहत एवं बचाव कार्य किया जाता है। इस प्रकार मेगा मॉक ड्रिल संपन्न होती है। मेगा मॉक ड्रिल में बिलासपुर के वरिष्ठ कमाण्डेंट भास्कर कुमार, उप कमाण्डेंट किरण एम. एवं 79 अन्य सदस्य, एनडीआरएफ से उप कमाण्डेंट पवन जोशी एवं 28 अन्य बल सदस्य, डीडीआरएफ एवं नगर सेना के 32 बल सदस्य, एसईसीएल फायर सर्विस के 06 कर्मचारी, एसईसीएल सेफ्टी विभाग के 03 बचावकर्मी, एसईसीएल सुरक्षा विभाग के 03 सुरक्षाकर्मी, स्थानीय पुलिस के 05 बल सदस्य, एसईसीएल अस्पताल के 02 कर्मचारी, स्काउट एवं गाइड के 41 सदस्य, आपदा मित्र संगठन के 09 सदस्य तथा इकाई, एनटीपीसी कोरबा फायर सर्विस के 06 बल सदस्यों ने इस मेगा मॉक ड्रिल में भाग लिया।