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कोयलांचल/शाजी थॉमस/ गेवरा दीपका/भारत सरकार के वन पर्यावरण मंत्रालय में विशेष सचिव और वन महानिदेशक चंद्र प्रकाश गोयल और कोल इंडिया के चेयरमैन पी एम प्रसाद एक दिवसीय प्रवास पर आज 23 नवंबर को गेवरा पहुंचे।

हेलिकॉफ्टर से पहुंचें गेवरा स्टेडियम।

गेवरा स्टेडियम में सुबह 10 बजे हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद गेवरा हाउस पहुंचे।उन्होंने गेवरा व्यू पॉइंट से माइंस का निरीक्षण किया। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अधिकारियो ने यहां कोयला उत्पादन के संबंध में विस्तार से जरूरी जानकारी दी।

महानिदेशक सी पी गोयल गेवरा हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपने प्रवास को लेकर बताया कि फॉरेस्ट लैंड में कोल इंडिया की बड़ी परियोजनाएं काम कर रही है। यहां की वास्तविक स्थिति जानना जानने आया हु व्यवहारिक कठिनाइयां को जानने के साथ इस दिशा में आगे जरूरी कदम उठाने के लिए प्रयास होंगे।वन मामलों के केंद्रीय अधिकारी गोयल ने बताया कि ऊर्जा संसाधनों की पूर्ति के लिए कई प्रकार से काम किये जा रहे हैं। कोयला खनन भी इनमें से एक शामिल है। खनन से संबंधित प्रक्रियाओं को लेकर बहुत सारे काम वन क्षेत्र में भी शामिल है। तकनीकी कारणों से कई बार काम पेंडिंग होते है। इनके चलते आगे की प्रक्रिया बाधित होती है कोल इंडिया के बहुत सारे प्रोजेक्ट मिनिस्ट्री में पेंडिंग है उनकी वस्तु स्थिति की अवलोकन करना है । कोल इंडिया के चेयरमैन और साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में यहां से जुड़ी समस्याएं पता की जा रही हैं और इसके साथ ही इन्हें शार्ट आउट किया जाएगा। ताकि आगे के कार्य को गति मिल सके।

आपको बता दे गेवरा परियोजना वर्तमान स्थिति में भारत के साथ विश्व की सबसे बड़ी कोयला माइंस बन चुकी है। इसलिए यह कोयला कंपनी के साथ सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता भी इस क्षेत्र के लिए बनी हुई है। इसलिए बड़े अधिकारियों का विजिट लगातार इस क्षेत्र में हो रहा है।इस एक दिवसीय दौरे में उनके साथ SECL के CMD प्रेमसागर मिश्रा फॉरेस्ट के निज सचिव ,कोल सेक्रेटरी,गेवरा CGM एसके मोहंती दीपका सीजीएम अमित सक्सेना , गेवरा एपीएम एसके परेडा समेत कई बड़े अधिकारी उपस्थित थे।

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