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शाजी थामस
कोरबा। विश्व की दूसरी सबसे बड़ी कोयला खदान, एसईसीएल की गेवरा खदान में 21 जनवरी 2025 को कोयला, खान एवं इस्पात संबंधी संसदीय स्थायी समिति ने अध्ययन दौरा किया। समिति के 17 सदस्य, कन्वेनर और कार्यवाहक अध्यक्ष माननीय श्री विजय हांसदा के नेतृत्व में खदान पहुंचे।समिति के सदस्यों ने गेवरा खदान के व्यू पॉइंट से खदान के संचालन और गतिविधियों का निरीक्षण किया।
गेवरा प्रबंधन ने एक फ़िल्म और पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से खदान के खनन कार्य, सुरक्षा उपाय, पर्यावरण संरक्षण के प्रयास और ईको-फ्रेंडली तकनीकों की जानकारी दी।दौरे के बाद समिति ने कोयला मंत्रालय, कोल इंडिया और एसईसीएल के प्रतिनिधियों के साथ कोयला खदानों में सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर अनौपचारिक चर्चा की।
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इस दौरान खदानों में सुरक्षा उपायों को और मजबूत बनाने और खनन प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित बनाने पर जोर दिया गया।दौरे में एसईसीएल और कोल इंडिया के शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने समिति के सदस्यों को खदान प्रबंधन और परिचालन के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।एसईसीएल ने समिति को बताया कि गेवरा खदान में पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और खनन प्रक्रिया को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
समिति ने इन प्रयासों की सराहना की।यह दौरा खदान प्रबंधन और संचालन के तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं को समझने, सुधारात्मक सुझाव देने और खनन उद्योग को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में था। वहीं इस दौरे के दौरान मीडिया से दूरी बनाए रखे।
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